गोरखपुर के जिस युवक को बताया जा रहा था कोरोना का संदिग्ध, वह केरल में वो भी बिल्‍कुल स्‍वस्‍थ

गोरखपुर के जिस युवक को बताया जा रहा था कोरोना का संदिग्ध, वह केरल में वो भी बिल्‍कुल स्‍वस्‍थ 


















गोरखपुर के झंगहा से लापता चल रहे कोरोना संदिग्ध युवक का पता चल गया है। युवक केरल के कोच्ची में ड्यूटी कर रहा है। वह स्वस्थ है। पुलिस ने उससे संपर्क कर लिया है। इसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।


झंगहा का रहने वाला युवक लापता बताया जा रहा था। डब्लूएचओ ने ग्राम प्रधान को उसे लेकर सूचना दी थी। डब्लूएचओ के अधिकारियों ने प्रधान को बताया था कि युवक दुबई से लौटा है। बुधवार को मामला मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस से मदद मांगी। पुलिस टीम ने जांच की तो युवक का मोबाइल नंबर मिला। 


केरल में ड्यूटी कर रहा युवक
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि युवक केरल के कोच्ची में ड्यूटी कर रहा है। वह एक हफ्ते पूर्व ही सिंगापुर से लौटा है। उसकी सिंगापुर और मुम्बई एयरपोर्ट पर जांच हुई है। उसमें बीमारी के लक्षण नहीं है। यह गफलत डब्लूएचओ के टीम द्वारा गलत पहचान के कारण हुई है। 


120 साल के वृद्ध को तलाश रही थी टीम
इस मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की स्थानीय टीम शुरू से ही गलत सूचना को लेकर भ्रम में रही। टीम के दो सदस्य राकेश एवं मनोज ने रविवार को निबही के ग्राम प्रधान कपिलदेव यादव को फोन कर 120 साल की उम्र के राज विश्वकर्मा के बारे में पूछा। प्रधान के साथ टीम भी इस नाम व उम्र के व्यक्ति की तलाश की। ऐसा कोई नहीं मिला। जिसके बाद टीम ने मिलत-जुलते नाम वाले युवक पर संदेह जताया। 


परिजन हुए हलकान
बीते तीन दिनों से युवक के परिजन हलकान रहे। गांव में अफवाह फैल गई। ग्रामीणों ने युवक के घर की तरफ जाना जाना छोड़ दिया। बताया जाता है कि युवक के पिता गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। 














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